तुलसी विवाह एवं देवउठनी एकादशी

देव प्रबोधिनी एकादशी
उत्तिष्ठ उत्तिष्ठ गोविंद उत्तिष्ठ गरुड़ध्वज।
उत्तिष्ठ कमलाकांत त्रैलोक्यम मंगलम कुरु।।
दिनाँक 4-11-2022, दिन शुक्रवार को देवोत्थान एकादशी के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन प्रातःकाल गंगा आदि तीर्थ जल से भगवान हरि को स्नान करायें तथा तुलसी से अर्चन करने से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
तुलसी विवाह दिनाँक 5-11-2022 दिन शनिवार को किया जाएगा। अगर किसी के विवाह में विलंब हो रहा हो या फिर ऐसा कहे की यदि विवाह में विलंब दोष हो, तो वो लोग अवश्य ही भगवान नारायण और तुलसी माँ का विवाह विधि विधान से पूर्ण करें। ऐसा करने से आपको जल्दी ही विवाह - विलंब की समस्या से निजात मिलेगी और उत्तम जीवनसाथी की प्राप्ति होगी।